Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साउथ अफ्रीका पर अब तक का सबसे सख्त रुख अपनाते हुए उस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ट्रंप ने कहा है कि साउथ अफ्रीका में गोरे किसानों के साथ हिंसक घटनाएं हो रही हैं और उन्हें नस्लीय आधार पर निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने इसे ‘नरसंहार’ करार देते हुए कहा कि यह सच्चाई दुनिया से छुपाई जा रही है.
ट्रंप ने न केवल इस मुद्दे को दुनिया के सामने उठाया, बल्कि साउथ अफ्रीका की विदेश नीति को भी आड़े हाथों लिया, खासकर उसके इजरायल विरोधी रुख और ईरान से बढ़ते संबंधों को लेकर. इसके चलते अमेरिका ने साउथ अफ्रीका पर कई आर्थिक और कूटनीतिक प्रतिबंध भी लागू कर दिए हैं.
अमेरिका ने दी 50 से ज्यादा गोरे अफ्रीकी नागरिकों को शरण
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में 50 से अधिक गोरे दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों को अमेरिका में शरण दी है. ट्रंप के अनुसार, ये लोग अश्वेत-प्रभुत्व वाली साउथ अफ्रीकी सरकार द्वारा उत्पीड़न और नस्लीय हिंसा का शिकार हो रहे हैं. हालांकि, साउथ अफ्रीका की सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा है कि देश में बढ़ते अपराधों का नस्ल से कोई लेना-देना नहीं है.
रामफोसा का जवाब ट्रंप को दी जा रही है गलत जानकारी
साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने ट्रंप के बयानों को “गलत और भ्रामक” बताया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के कुछ रूढ़िवादी समूह और अफ्रीकी लॉबी ट्रंप को गलत सूचनाएं दे रहे हैं जिससे गलतफहमियां फैल रही हैं.
इजरायल के खिलाफ कदम और G20 बहिष्कार पर नाराजगी
ट्रंप ने साउथ अफ्रीका द्वारा इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दायर नरसंहार केस पर भी आपत्ति जताई है. यह केस गाजा में इजरायल की कार्रवाई को लेकर दायर किया गया था, जिसे ट्रंप ने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के खिलाफ “आक्रामक कदम” बताया. इसके साथ ही अमेरिका ने G20 की आगामी बैठक, जिसकी अध्यक्षता साउथ अफ्रीका कर रहा है, का बहिष्कार करने का फैसला किया है.