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CBSE में 100% रिजल्ट के साथ जरूरतमंद बच्चों के लिए देश का टॉप स्कूल बना अडाणी विद्या मंदिर


अडाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सच्ची मेहनत और ईमानदारी से किया गया प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाता। यह स्कूल उन बच्चों के लिए है जो पढ़ने में तेज हैं लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर हैं। ऐसे बच्चों को न सिर्फ मुफ्त शिक्षा मिलती है, बल्कि हर तरह से उनका सर्वांगीण विकास भी होता है। अब इस स्कूल ने देशभर में नाम रोशन किया है चाहे वो NABET स्कोर हो या CBSE 12वीं बोर्ड का रिजल्ट। आइए जानते हैं।

देश के टॉप स्कूलों में शामिल हुआ अडाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद

अडाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद (AVMA) ने हाल ही में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। अब यह स्कूल देश के सबसे अच्छे स्कूलों में गिना जा रहा है। यह सम्मान स्कूल को NABET (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग) से मिला है। NABET ने AVMA को 250 में से 232 अंक दिए हैं, जो बहुत अच्छा स्कोर है। यह सफलता इसलिए भी खास है क्योंकि यह स्कूल ऐसे बच्चों को पढ़ाई करवाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं। इसके बावजूद यहां बहुत अच्छी और क्वालिटी एज्युकेशन दी जाती है। इस नई उपलब्धि से अडाणी फाउंडेशन के उस मिशन को और ताकत मिली है, जिसमें सभी बच्चों को अच्छी और बराबरी वाली शिक्षा देने का सपना शामिल है।

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CBSE 12वीं बोर्ड में सभी छात्रों ने प्रथम श्रेणी से की पास

अडाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद (AVMA) के लिए 13 मई 2025 का दिन और भी खास बन गया। इसी दिन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12 के नतीजे घोषित किए और स्कूल का प्रदर्शन शानदार रहा। स्कूल के सभी 95 छात्रों ने परीक्षा पास की, यानी स्कूल का पास प्रतिशत 100% रहा। सबसे अच्छी बात यह रही कि सभी छात्रों ने प्रथम श्रेणी (First Division) में सफलता हासिल की। छात्रा एलबिना रॉय ने मानविकी (Humanities) विषय में 97.6% अंक पाए और छात्र जय बवास्कर ने विज्ञान (Science) में 97.6% अंक हासिल किए। CBSE के इन शानदार नतीजों ने AVMA को और भी गर्व महसूस कराया खासकर तब जब यह सफलता NABET द्वारा मिले बड़े सम्मान के तुरंत बाद आई है।

राष्ट्रीय स्तर पर मिला ‘समग्र शिक्षा पुरस्कार’

इससे पहले फरवरी 2025 में भी अडाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद (AVMA) को एक बड़ा सम्मान मिला था। स्कूल को ‘नेशनल विनर’ चुना गया था। यह खिताब उसे ‘स्कूल फॉर अंडरप्रिविलेज्ड / राइट टू एजुकेशन (RTE)’ श्रेणी में ‘समग्र शिक्षा पुरस्कार’ के तहत दिया गया। यह पुरस्कार भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने दिया था। AVMA की पढ़ाई की खास बात यह है कि इसमें सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को भी शामिल किया गया है। ये लक्ष्य 2015 में संयुक्त राष्ट्र ने तय किए थे ताकि दुनिया में बेहतर जीवन और भविष्य मिल सके। AVMA का पाठ्यक्रम इस तरह से बनाया गया है कि बच्चों को सिर्फ किताबों की नहीं, बल्कि जीवन की जरूरी समझ भी मिले वो भी एक वैश्विक नजरिए के साथ।

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अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी मिल रही पहचान और सम्मान

अडाणी विद्या मंदिर अहमदाबाद के अलावा, अदाणी विद्या मंदिर स्कूलों ने कई अन्य अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त किए हैं, जैसे ‘इंटरनेशनल ग्रीन स्कूल अवार्ड’ और ‘काइंडनेस स्कूल’ की प्रमाणन। ये पुरस्कार स्कूल की पर्यावरणीय जिम्मेदारी और शिक्षा में दयालुता (kindness) को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हैं। अडाणी विद्या मंदिर अपने चार कैम्पसों में 3,000 से अधिक छात्रों को शिक्षा प्रदान करता है, जो अहमदाबाद और भदरेश्वर (गुजरात), सुरगुजा (छत्तीसगढ़) और कृष्णपट्टनम (आंध्र प्रदेश) में स्थित हैं।