BJP: पूरी दुनिया को पता चल गया कि पाकिस्तान का एक-एक इंच जमीन भारत की पहुंच में है. भारतीय सेना पाकिस्तान में कहीं भी हमला करने में सक्षम है. ऑपरेशन सिंदूर ने बता दिया कि पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह फेल है. पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए भारतीय सेना का चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सफल रहा.
पाकिस्तान को उम्मीद नहीं थी कि भारत ऐसी जवाबी कार्रवाई करेगा. इस ऑपरेशन के जरिए भारतीय सेना ने सभी तय लक्ष्य को हासिल किया. इस हमले में 100 से अधिक आतंकी मारे गए, जिसमें आईसी-814 विमान के अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता भी शामिल है.
सोमवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिये भारत ने यह संदेश दिया कि आतंकवाद से कोई समझौता नहीं होगा. भारत दशकों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. पहलगाम में आतंकियों ने कई लोगों की हत्या कर दी. इस घटना के बाद प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा था कि आतंकियों को कल्पना से परे सजा मिलेगी. ऑपरेशन सिंदूर के जरिये पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया और साथ ही पाकिस्तान को हर स्तर पर घेरने के लिए कदम उठाया गया साथ ही सिंधु जल समझौते को भारत ने रद्द कर दिया. पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ओर से सख्त कदम उठाया गया.
भारतीय सेना की कार्रवाई रही सटीक
पात्रा ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों को निशाना बनाया. इसके जवाब में पाकिस्तान की ओर से आम नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश की गयी. आतंकवादी कभी सोच भी नहीं सकते थे कि भारत पाकिस्तान के इतना अंदर हमला कर सकता है. भारतीय सेना ने सिर्फ 25 मिनट में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया. पहली बार किसी देश में परमाणु संपन्न देश के अंदर इतना बड़ा सैन्य अभियान चलाया गया. पाकिस्तान के 11 एयरबेस और कई सैनिक भी जवाबी कार्रवाई में मारे गए.
सीजफायर पर पात्रा ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से सैन्य कार्रवाई रोकने की गुहार लगायी. भारत कभी भी तनाव बढ़ाने के पक्ष में नहीं रहा. भारत ने आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की और पाकिस्तान की ओर से तनाव बढ़ाने का काम किया गया. भारत ने साफ कर दिया है कि अब भविष्य में किसी आतंकी हमले को युद्ध माना जायेगा. भारत सरकार ने पाक प्रायोजित आतंकवाद और पाकिस्तान को हर स्तर पर कमजोर करने का काम किया है. पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर देश के सभी राजनीतिक दल एकजुट रहे.