ऑपरेशन सिंदूर में यूसुफ अजहर-अब्दुल मलिक समेत 100 से ज्यादा आतंकी ढेर, ठिकाने भी तबाह, PC में बोले DGMO
Operation Sindoor: DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से लॉन्च ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज्यादा आतंकी ढेर हो गये. आतंकियों के साथ-साथ भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को भी तबाह कर दिया है. आतंकियों के 9 ठिकानों पर सेना ने हमला किया. DGMP लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया की आतंकियों के कुछ ठिकाने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे. सेना के हमले में खूंखार आतंकी यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ, मुदस्सिर अहमद समेत 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए.
हमने पाकिस्तान के सभी हमले नाकाम किए- DGMO
प्रेंस कॉन्फ्रेंस में DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान ने भारतीय भारतीय सैन्य अड्डों को निशाना बनाने की कई बार कोशिश की. उन्होंने कहा कि लेकिन दुश्मनों की अधिकांश कोशिशों को भारतीय सेना और डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया था, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी को खत्म कर दिया. बता दें, पाकिस्तान की ओर से 300 से 400 की संख्या में ड्रोन भेजे गए जिसे डिफेंस सिस्टम ने खत्म कर दिया.
आतंकियों को किया ढेर
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर भारतीय सैन्य बलों के हमलों में इन संगठनों के पांच मोस्ट वांटेड आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया. मारे गए आतंकियों में 1999 में विमान आईसी-814 के अपहरण का मास्टरमाइंड भी शामिल था. मारे गए आतंकियों में मोहम्मद यूसुफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का रिश्तेदार था. युसूफ अजहर इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी-814 के अपहरण का मास्टरमाइंड था, जिसमें मसूद अजहर को दो अन्य आतंकवादियों के साथ इंडियन एयरलाइंस के विमान के यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के बदले में रिहा किया गया था. विमान को आतंकवादियों द्वारा दक्षिणी अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था.
यूसुफ अजहर हुआ ढेर
यूसुफ अजहर अपने परिवार के सदस्यों के साथ जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय में मौजूद था, जब भारतीय सशस्त्र बलों ने अड्डे पर सटीक हमला किया और उसे मलबे में तब्दील कर दिया. इस जगह पर यूसुफ अजहर आतंकवादियों को हथियार का प्रशिक्षण देता था.
अधिकारियों ने बताया कि मसूद अजहर का एक अन्य रिश्तेदार हाफिज मोहम्मद जमील भी हमले में मारा गया. वह बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी था, जो जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के लिए एक बड़ा प्रशिक्षण केंद्र था. जमील युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाने में सक्रिय रूप से शामिल था.
मुदस्सर खादियन भी खत्म
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी मुदस्सर खादियन खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल मरकज तैयबा, मुरीदके का प्रभारी था. आतंकी संगठन के मुख्य अड्डे पर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा किए गए हमले में वह मारा गया.
अबू अकाशा भी ढेर
लश्कर का आतंकवादी खालिद उर्फ अबू अकाशा जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था, इसके अलावा वह अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी भी करता था. फैसलाबाद में उसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और फैसलाबाद के उपायुक्त शामिल हुए.
मोहम्मद हसन खान भी मारा गया
इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर में पीओके में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी के बेटे मोहम्मद हसन खान को भी इस हमले में मार गिराया गया. अधिकारियों ने बताया कि खान ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाई थी.
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