दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) चुनाव परिणाम घोषित हो गए हैं। वामपंथी गठबंधन दल ने 4 शीर्ष पदों में से 3 पर कब्जा करके अपना दबदबा बनाए रखा है, जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बड़ी बढ़त हासिल की है। नीतीश कुमार (AISA) अध्यक्ष चुने गए हैं। मनीषा (DSF) ने उपाध्यक्ष पद जीता और मुन्तेहा फातिमा (DSF) ने महासचिव का पद हासिल किया।
ABVP के वैभव मीना ने संयुक्त सचिव का पद जीतकर एक दशक पुराना सूखा खत्म कर दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय के 16 स्कूलों और संयुक्त केंद्रों के कुल 42 काउंसलर पदों में से 23 पदों जीतकर ऐतिहासिक बदलाव का संकेत दिया है। छात्र संघ चुनाव परिणाम आने के बाद विश्वविद्यालय में देररात जश्न का माहौल रहा।
#WATCH दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) चुनाव परिणाम घोषित हुए।
—विज्ञापन—AISA से चुने गए अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, “इस कैंपस में लगातार फंड काटा जा रहा है। हम सरकार के खजाने से खींच कर फंड लाएंगे। कैंपस के आधारभूत संरचना को जो बर्बाद किया गया है उसको बेहतर किया… https://t.co/eqFCr8TWGI pic.twitter.com/4SWt5eI9kQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2025
नए अध्यक्ष की ABVP का चुनौती
वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव जीतने के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि हम छात्रों और उनके कल्याण के लिए काम करेंगे। इस कैंपस में लगातार फंड काटा जा रहा है। हम सरकार के खजाने से खींच कर फंड लाएंगे। कैंपस के आधारभूत संरचना को जो बर्बाद किया गया है, उसको बेहतर किया जाएगा। JNU एंट्रेंस एग्जाम के पुराने मॉडल को दोबारा शुरू किया जाएगा।
नीतीश कुमार ने कहा कि यदि ABVP का संयुक्त सचिव (वैभव मीना) जनादेश से एक कदम भी हिलने की कोशिश करता है। यदि वह JNU के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की कोशिश करता है तो पूरा पैनल उसके सामने खड़ा होगा। उसको चेतावनी है कि JNU के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की कोशिश न करें। JNU के खिलाफ कुछ भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नवनिर्वाचित संयुक्त सचिव वैभव मीना ने कहा कि हमने एक दशक के बाद यह जीत हासिल की है और अगले चुनाव में ABVP सभी 4 सीटें जीतेगी। नवनिर्वाचित महासचिव मुन्तेहा फातिमा ने कहा कि हम छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।
नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष मनीषा ने कहा कि इस जीत का श्रेय विश्वविद्यालय को जाता है। JNU लाल था और लाल ही रहेगा। हमने हमेशा छात्रों के लिए काम किया और उनकी आवाज उठाई और हम भविष्य में भी यह काम करते रहेंगे।
विभिन्न स्कूलों और केंद्रों में एबीवीपी का प्रदर्शन
- स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज: 5 में से 2 सीटें
- स्कूल ऑफ सोशल साइंस: 5 में से 2 सीटें
- स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी: 2 में से 1 सीट
- स्पेशल सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर मेडिसिन: 1 में से 1 सीट
- स्कूल ऑफ कम्प्यूटेशनल एंड इंटीग्रेटिव साइंस: 2 में से 1 सीट
- स्कूल ऑफ कंप्यूटर एंड सिस्टम साइंस: 3 में से 2 सीटें
- स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग: 4 में से 4 सीटें
- स्पेशल सेंटर फॉर नैनोसाइंस: 1 में से 1 सीट
- स्कूल ऑफ संस्कृत एंड इंडिक स्टडीज: 3 में से 3 सीटें
- अमलगमेटेड सेंटर: 2 में से 2 सीटें
- स्कूल ऑफ एनवायरनमेंटल साइंस: 2 में से 1 सीट
- अटल बिहारी वाजपेयी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप: 1 में से 1 सीट
- स्कूल ऑफ फिजिकल साइंस: 3 में से 2 सीटें
Current Version
Apr 28, 2025 06:16
Edited By
Khushbu Goyal