पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान (Fawad Khan) एक बार फिर हिंदी फिल्मों में वापसी करने जा रहे थे, लेकिन उनकी नई फिल्म ‘अबीर गुलाल’ की रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई है. फिल्म को भारत में रिलीज करने की अनुमति नहीं दी गई है. यह फैसला हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया है.
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा विरोध
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया. इस घटना के बाद फिल्म ‘अबीर गुलाल’ पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. इसी को देखते हुए सरकार ने फिल्म को भारत में रिलीज करने की अनुमति नहीं दी. इससे पहले भी आतंकी घटनाओं के बाद पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ माहौल बन चुका है.
FWICE का दोहराया गया पुराना स्टैंड
FWICE (फिल्म वर्कर्स यूनियन) ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि वे भारतीय फिल्म और मनोरंजन इंडस्ट्री में किसी भी पाकिस्तानी कलाकार, गायक या तकनीशियन को शामिल नहीं होने देंगे. उन्होंने 2019 में पुलवामा हमले के बाद भी ऐसा ही कदम उठाया था और अब एक बार फिर उसी रुख पर कायम हैं.
फवाद खान की वापसी को झटका
फवाद खान 2016 में करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में नजर आए थे. उस समय भी उरी हमले के बाद उनके खिलाफ विरोध शुरू हुआ था. अब ‘अबीर गुलाल’ के जरिए वे एक बार फिर हिंदी सिनेमा में वापसी करने जा रहे थे, लेकिन मौजूदा हालातों ने उनकी वापसी पर ब्रेक लगा दिया है.
कलाकारों की संवेदनाएं
हमले के बाद फवाद खान ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी साझा करते हुए इस हमले की निंदा की और पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई. वाणी कपूर ने भी सोशल मीडिया पर अपने दुख और स्तब्धता को जाहिर किया. दोनों कलाकारों ने हमले को ‘भयानक’ और ‘दिल दहला देने वाला’ बताया.
राजनीतिक विरोध और सामाजिक माहौल
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने भी फिल्म ‘अबीर गुलाल’ का विरोध किया था. पार्टी ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह किसी भी पाकिस्तानी कलाकार की फिल्म को रिलीज नहीं होने देगी. इस विरोध के बाद सामाजिक और राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया.
यह भी पढ़ें- भोजपुरी इंडस्ट्री का ‘किंग खान’ कौन? पवन सिंह ने खुद किया खुलासा