Gold Rate एक लाख के पार, अगला टारगेट क्या? इस साल सस्ता होने के दावे कितने सही? – Gold Prices Hit Record High, Cross 1 Lakh per 10g
गोल्ड प्राइस ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। सोना 1 लाख का आंकड़ा पार कर गया है। पिछले कुछ दिनों में सोने ने एक के बाद एक बड़ी छलांग लगाई है, जिसके चलते उसने एक लाख के आंकड़े को बहुत जल्दी पार कर लिया है। पहले माना जा रहा था कि इस साल के आखिरी तक गोल्ड 1 लाख रुपये तक पहुंच सकता है, लेकिन सोने ने यह लक्ष्य 2025 के चार महीनों में ही हासिल कर लिया है। ऐसे में यह सवाल महत्वपूर्ण हो गया है कि सोने का अगला टारगेट अब क्या है और साल के आखिरी तक इसकी कीमतों में उतना उछाल आ सकता है?
इस महीने इतने चढ़े दाम
आज यानी 22 अप्रैल को सोने की कीमतों में 3000 रुपये की तेजी आई है। गुड रिटर्न्स के अनुसार, 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने की कीमत 1,01,350 रुपये पहुंच गई है। जबकि कल इसका दाम 98,350 रुपये था। इस तरह, सोना एक लाख प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक आंकड़े को पार कर गया है। वहीं, चांदी का भाव 1,01,000 रुपये प्रति किलोग्राम चल रहा है। इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 1 अप्रैल को 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना 91115 रुपये के भाव पर चल रहा था। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस महीने सोने की कीमतें कितनी तेजी से भागी हैं।
तेजी की उम्मीद बरकरार
कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ रहे तनाव को लेकर दुनियाभर के बाजारों में घबराहट है और ऐसे मौकों पर गोल्ड में निवेश बढ़ जाता है। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने भी कहा है कि ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते अमेरिका में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ेगी। इससे भी गोल्ड में निवेश बढ़ने की संभावना है। निवेश में तेजी का सीधा मतलब है कि सोने के दाम भी तेजी से चढ़ सकते हैं। इसके अलावा, भारत में 14 अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू हो गया है, इसके चलते भी गोल्ड महंगा हो रहा है।
1.30 लाख अगला टारगेट
ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें 4,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती हैं, जो अभी 3,486 डॉलर प्रति औंस के आसपास हैं। इस हिसाब से देखें तो भारत में सोना 1.30 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि अगर अमेरिका-चीन टैरिफ युद्ध के चलते अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हालात बिगड़ते हैं, तो 2025 के अंत तक सोने की कीमतें 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं। वहीं, अगर हालात सामान्य होते हैं, तो भी सोने की कीमतें 3,700 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ सकती हैं।
अपडेट करना पड़ा अनुमान
गोल्डमैन सैक्स ने इस साल के लिए सोने को लेकर यह तीसरा अनुमान जताया है। फरवरी 2025 में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक ने कहा था कि सोना 2025 के अंत तक 3,100 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। मार्च 2025 में इसे बढ़ाकर 3,300 डॉलर प्रति औंस किया और अब गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि सोना 4,500 या 3,700 डॉलर प्रति औंस के आंकड़े को छू सकता है। विदेशी फर्म के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर बढ़ने के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। ऐसे माहौल में सोने में निवेश बढ़ सकता है।
कमी की कितनी संभावना?
सोने के दामों में आई ऐतिहासिक तेजी से पहले इसमें नरमी की संभावना जताई जा रही थी। कुछ एक्सपर्ट्स ने अनुमान जताया था कि टैरिफ को लेकर स्थिति स्पष्ट होने से सोने की डिमांड में कमी आएगी और यह सस्ता होगा। हालांकि, उनके अनुमान अब तक गलत साबित हुए हैं। सोना हो या शेयर बाजार उतार-चढ़ाव सामान्य है, लेकिन फिलहाल गोल्ड में किसी बड़ी गिरावट की कोई संभावना दिखाई नहीं दे रही है। जानकारों का यह जरूर मानना है कि चीन और अमेरिका के बीच हालात सामान्य होने के बाद सोने की रफ्तार कुछ कम होगी।
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Apr 22, 2025 12:10
Edited By
Neeraj