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ध्यान दें! चाणक्य नीति के अनुसार इन लोगों की मदद बन सकती है खतरा



Chanakya Niti: चाणक्य नीति में जीवन के हर पहलू से जुड़े सूत्र मिलते हैं- चाहे वह विश्वास हो, विवेक हो या सफलता पाने की राह. आज भी उनकी नीतियां उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी प्राचीन काल में थीं.

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य केवल एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि नीति, राजनीति और जीवन-दर्शन के अद्वितीय मार्गदर्शक थे. उन्हें विष्णुगुप्त और कौटिल्य नाम से भी जाना जाता है. मौर्य साम्राज्य की नींव रखने वाले चाणक्य, एक दूरदर्शी विचारक, अर्थशास्त्री और व्यवहारिक ज्ञान के ज्ञाता थे. उनकी चाणक्य नीति सिर्फ ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाली गूढ़ शिक्षाओं का संग्रह है. इसमें जीवन के हर पहलू से जुड़े सूत्र मिलते हैं- चाहे वह विश्वास हो, विवेक हो या सफलता पाने की राह. आज भी उनकी नीतियां उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी प्राचीन काल में थीं. चाणक्य नीति में कई ऐसी बातें लिखी गई हैं, जिनका अनुसरण करके एक इंसान जीवन की तमाम परेशानियों को दूर कर सकता है. इसके अलावा, चाणक्य बताते हैं कि इन लोगों को भूलकर भी मदद नहीं करनी चाहिए.

ऐसे व्यक्ति को बना देती है निकम्मा

चाणक्य नीति में कहा गया है कि आलसी व्यक्ति की सहायता करना उसे और अधिक निकम्मा बना देता है. ऐसे लोग मदद पाकर भी प्रयास नहीं करते और हर काम में टालमटोल करते हैं. चाणक्य मानते हैं कि जो स्वयं मेहनत नहीं करना चाहता, उसकी सहायता न करके उसे उसके कर्मों के परिणामों से सीखने देना ही उचित है.

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विवेक और सोच को खत्म करने का काम

चाणक्य नीति में कहा गया है कि नशे में डूबे व्यक्ति की सहायता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि नशा उसकी सोच और विवेक को खत्म कर देता है. ऐसा व्यक्ति सही और गलत का अंतर नहीं समझ पाता और कभी भी अनियंत्रित या हानिकारक काम कर सकता है. उसकी मदद करने से नुकसान की आशंका बनी रहती है.

धोखा देने का करते हैं काम

चाणक्य नीति के अनुसार, दुष्ट स्वभाव वाले व्यक्ति की सहायता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ऐसे लोग केवल स्वार्थी होते हैं और समय आने पर अपने मददगार को भी धोखा दे सकते हैं. वे अपने हित के लिए किसी भी सीमा को पार कर सकते हैं, इसलिए चाणक्य ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रहने की सलाह देते हैं.

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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.