डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से टैरिफ पर मिली 90 दिनों की राहत से बाजार अच्छे मूड में है। वहीं, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के रेपो रेट में कटौती से भी बाजार को बूस्ट मिला है। ऐसे में चलिए यह जानने की कोशिश करते हैं कि कमाई का मौका कहां बन सकता है। कौन से ऐसे स्टॉक्स हैं, जिनमें तेजी की संभावना है और उनका पिछला प्रदर्शन कैसा रहा है?
90 दिनों का गोल्डन पीरियड
टैरिफ पर राहत का फायदा भारत के कई सेक्टर्स को मिलेगा। खासकर, ऐसी कंपनियां उनका कारोबार काफी हद तक अमेरिका पर निर्भर है, उनके लिए 90 दिनों की अवधि गोल्डन पीरियड है। इन 90 दिनों में भारत, अमेरिका के साथ किसी ऐसे समझौते पर भी पहुंच सकता है, जहां नुकसान की आशंका बेहद सीमित हो जाए। अपने घर में आलोचनाओं में घिरे ट्रंप पहले ही टैरिफ में कमी के संकेत दे चुके हैं। इस लिहाज से देखें, तो आगे का रास्ता आसान नजर आता है।
Garment Sector
पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज (Pearl Global Industries)रेडीमेड गारमेंट्स सेगमेंट की बड़ी खिलाड़ी है। कंपनी अमेरिका सहित तक कई देशों को एक्सपोर्ट करती है। जब डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल के रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान किया, तो कंपनी के शेयर बड़ी गिरावट से गुजरे थे और अब जब टैरिफ पर 90 दिनों की राहत मिली है, तो स्टॉक एकदम से चढ़ गया है। शुक्रवार को पर्ल का शेयर 10% से अधिक की उछाल हासिल करने में कामयाब रहा। गुरुग्राम मुख्यालय वाली इस कंपनी का शेयर इस समय 1,010.80 रुपये भाव पर मिल रहा है। बीते एक महीने में यह शेयर करीब 34% गिरा है। टैरिफ टलने से एक्सपोर्ट को लेकर रिस्क घटा है, ऐसे में कंपनी के स्टॉक में आगे भी तेजी बने रहने की उम्मीद है।
Seafood Sector
भारत की कई कंपनियां अमेरिका को सीफूड प्रोडक्ट्स की सप्लाई करती हैं। रेसिप्रोकल टैरिफ से इन कंपनियों को बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन अब राहत मिल गई है, तो इन कंपनियों का संभावित नुकसान फायदे में बदल सकता है। ऐसे में स्टॉक मार्केट में इनके प्रदर्शन में भी उछाल की संभावना है। अवंती फीड्स (Avanti Feeds) इस सेक्टर से जुड़ी एक कंपनी है। दिसंबर तिमाही तक अवंती फीड्स ने अपने कुल राजस्व का 69% उत्तरी अमेरिकी बाजार से प्राप्त किया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमेरिका कंपनी के लिए कितना बड़ा बाजार है। टैरिफ में राहत से इसका शेयर बड़ी उछाल के साथ 798 रुपये पर पहुंच गया है। इस साल अब तक इसमें 18% से अधिक की मजबूती आई है। ऐसे में इस स्टॉक को पोर्टफोलियो में शामिल किया जा सकता है।
Solar Sector
भारत के कुल सोलर एक्सपोर्ट में अमेरिका की बड़ी हिस्सेदारी है। अमेरिका भारतीय सोलर पीवी मॉड्यूल के लिए प्राइमरी डेस्टिनेशन है। वित्त वर्ष 2024 में, भारत ने लगभग 2 अरब डॉलर के पीवी मॉड्यूल निर्यात किए, जिसमें अमेरिका की हिस्सेदारी 97% थी। जाहिर है ऐसे में टैरिफ की रहत से इन सेक्टर की कंपनियों को बड़ा फायदा होगा। वारी एनर्जीज (Waaree Energies) इस सेक्टर की बड़ी खिलाड़ी है। कंपनी का शेयर पिछले सत्र में उछाल के साथ 2,153 रुपये पर बंद हुआ था। इस साल अब तक यह शेयर 24.78% नीचे आया है, इसकी प्रमुख वजह ट्रंप की टैरिफ नीतियां रही हैं। लिहाजा, मौजूदा राहत से कंपनी के शेयर तेजी से भाग सकते हैं।
Auto Sector
भारत का ऑटो पार्ट्स सेक्टर भी टैरिफ पर राहत से खुश है। हमारी कई कंपनियां अमेरिका की टेस्ला जैसी कंपनियों ऑटो पार्ट्स सप्लाई करती हैं। टैरिफ से इन कंपनियों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई थी, लेकिन अब 90 दिनों के लिए उन्हें राहत मिली है और इसके आगे भी बरकरार रहने की संभावना है। सोना बीएलडब्ल्यू प्रेसिजन फोर्जिंग्स (Sona Blw Precision Forgings) ऑटो-मोटिव सिस्टम और कॉम्पोनेन्ट सप्लाई करती है। कंपनी का शेयर पिछले सत्र में 5% से अधिक की उछाल हासिल करने में कामयाब रहा है। 430.90 रुपये के भाव वाला यह शेयर इस साल अब तक 27.17% नीचे आया है। इस लिहाज से देखें तो यह काफी सस्ता हुआ है।
Real Estate
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट में कटौती की है, जिसका सबसे ज्यादा फायदा रियल एस्टेट सेक्टर को मिल सकता है। लोन सस्ता होने से घरों की डिमांड बढ़ सकती है और इससे रियल एस्टेट कंपनियों की आर्थिक सेहत में सुधार आ सकता है। RBI से मिली इस राहत से गोदरेज प्रॉपर्टीज, डीएलएफ, और शोभा रियल्टी के शेयर फोकस में रह सकते हैं। 623.20 रुपये भाव वाला DLF इस साल अब तक 24.41% सस्ता हुआ है। 1,122.95 रुपये भाव वाले शोभा के दाम 28.60% कम हुए हैं। इसी तरह, 1,945.70 रुपये की मौजूदा कीमत वाला गोदरेज का शेयर 2025 में अब तक 29.93% सस्ता हुआ है।
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Apr 12, 2025 10:57
Edited By
Neeraj