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दिल्ली के लाल किले में गूंजेगी सम्राट विक्रमादित्य की शौर्य गाथा, 100 से 150 कलाकार करेंगे प्रदर्शन


दिल्ली के लाल किला मैदान में इस वर्ष विक्रम महोत्सव का आयोजन हो रहा है। यह महोत्सव 12 अप्रैल से लेकर 14 अप्रैल तक चलने वाला है। तीन दिन तक प्रतिदिन शाम 6 बजे से लाल किला के माधव दास पार्क में सम्राट विक्रमादित्य पर महानाट्य का महामंचन भी होगा। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ तथा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उपस्थित रहेंगे।

विक्रम महोत्सव 12 से 14 अप्रैल तक

बता दें कि दिल्ली में नए-नए कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं, जिसमें देश के बड़े-बड़े नेता शामिल होते हैं। इस वर्ष साल 2025 में दिल्ली के लाल किला मैदान में प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी विक्रम महोत्सव की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। यह महोत्सव 12 से 14 अप्रैल के बीच प्रतिदिन शाम 6 बजे से लाल किला के माधव दास पार्क में सम्राट विक्रमादित्य पर महानाट्य का महामंचन का भव्य आयोजन होगा।

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विक्रम महोत्सव में जगदीप धनखड़ भी रहेंगे उपस्थित

बता दें कि दिल्ली के लाल किला में आयोजित होने वाला विक्रम महोत्सव का शानदार एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन होने वाला है। इस बीच मुख्य अतिथि के रूप में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी शामिल रहेंगे। नाटक के मंचन से पहले आज शाम चांदनी चौक में भव्य एवं शानदार तरीके से शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी शामिल होंगी।

MP सीएम के नेतृत्व में नाट्य मंचन होगा 

मध्य प्रदेश सरकार के नेतृत्व में नाट्य मंचन का आयोजन होगा। नाटक के माध्यम से विक्रमादित्तय उनके युग भारत उत्कर्ष नवजागरण और भारत विद्या पर एकाग्र प्रसंग का मंचन किया जाएगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी महोत्सव के दौरान उपस्थित रहेंगे।

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दीन दयाल शोध संस्थान के अतुल जैन ने बताया कि हिंदू नव वर्ष के उपलक्ष्य में महानाट्य का मंचन किया जा रहा है। आज की युवा पीढ़ी को अपने इतिहास के योद्धाओं के विषय में बताने और हिंदू संस्कृति से जोड़ने के लिए इस महान नाटक का मंचन का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इतिहास की याद दिलाना

अतुल जैन ने बताया कि इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदू संस्कृति से जोड़े रखने एवं देश की राजधानी में रहने वाले लोगों के माध्यम से देशभर में यह संदेश पहुंचाना है। हमारे इतिहास से जुड़े महायोद्धा कुशल तरीके से, सुशासन कुशल राजनीति से भारत को आगे बढ़ने का काम करते आए हैं।

एमपी के मुख्यमंत्री विक्रमादित्य को लेकर लगातार तत्पर रहते हैं, इसलिए सम्राट विक्रमादित्य नाटक का मंचन दिल्ली में किया जा रहा है। विक्रमादित्य ऐसे राजा हैं, जिनकी तलवार पर अपने भाइयों का हाथ नहीं लगा क्योंकि वह सुशासन के प्रतीक माने जाते हैं। जिन्होंने राष्ट्र धर्म के लिए अपनी तलवार उठाई।

100 से 150 कलाकार दिखाएंगे अपना प्रदर्शन

विक्रम महोत्सव में कम से कम 100 से 150 कलाकार अपना हुनर दिखाएंगे। जैन ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय का भी हमें सहयोग मिला है। इस महानाट्य के माध्यम से सम्राट विक्रमादित्य की वीरता, दानशीलता, सहनशीलता को जीवंत करने का प्रयास किया जाएगा। इससे दर्शकों को विक्रमादित्य के दर्शन को जीवन में आत्ससात करने की प्रेरणा मिलेगी।

Current Version

Apr 11, 2025 14:38

Edited By

News24 हिंदी