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pooja gaur :शो में दिव्यांका त्रिपाठी को रिप्लेस किया इस शब्द से है ऐतराज



pooja gaur :सोनी लिव पर इनदिनों अदृश्यम 2 द इनविजिबल हीरोज स्ट्रीम कर रही है. इस शो में अभिनेत्री पूजा गौर दुर्गा की भूमिका में नजर आ रही हैं. पूजा कहती हैं कि मैंने आज तक जो भी किरदार किया है. उससे दुर्गा  काफी अलग है. मैं हमेशा से चाहती थी कि मैं इस तरह के प्रोजेक्ट का हिस्सा बन पाऊं। किरदार निभा पाऊं और मुझे इस शो से मौका मिल गया. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश

स्पाय थ्रिलर पसंद है

बचपन में मैं कभी भी पुलिस ऑफिसर, डिफेन्स या इंटेलिजेंस में जाना नहीं चाहती थी,लेकिन स्पाई थ्रिलर जॉनर मुझे बहुत पसंद है. ऐसे शो दर्शक के तौर पर भी मुझे देखने में मजा आता है. मैं किताबों को पढ़ने के लिए भी ऐसा कांसेप्ट खोजती हूं, जिसमें स्पाय थ्रिलर या इंटेलिजेन्स के बारे में कुछ हो.अदृश्यम 2 जब ऑफर हुई तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मुझे एक्शन करने का मौका मिल रहा था. एक ऐसे किरदार को करने का मौका मिल रहा था, जिसके बारे में मुझे बहुत कम जानकारी थी.इस वजह से नयी चीज के बारे में रिसर्च करने को मिला.

शारीरिक और मानसिक दोनों की तैयारी 

इस किरदार के लिए मुझे शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की तैयारी करनी पड़ी क्योंकि यह एक इंटेलिजेन्स ऑफिसर है. इसमें एक्शन है. हैंड टू हैंड कॉम्बैट भी शामिल था. उसके लिए ट्रेनिंग लेनी पड़ी. हालांकि इसके बावजूद शूटिंग के दौरान मेरे शोल्डर में इंजरी आ गयी थी,लेकिन शुक्र था कि  ज्यादा चोट नहीं आयी थी.बम हैंडलिंग सीखनी पड़ी. एक जो मेन्टल और इमोशनल साइड होता है.उसकी भी तैयारी  करनी पड़ी. इस तरह के जो किरदार होते हैं, उन्हें  मेंटली स्ट्रांग होना पड़ता है. हाई स्टेक नेगोशिएशन उन्हें करना पड़ता है. सेंसिटिव जानकारी से वह डील करते हैं. वह अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को अलग रखते हैं. परिवार वालों को भी कुछ नहीं बता सकते हैं क्योंकि उन्हें भी नहीं पता कि वो क्या करते हैं.हमें ये सब समझने के लिए बहुत सारा मटेरियल दिया गया था.हमने एक्स इंटेलिजेंस ऑफिसर से भी बात की है.उनके काम और मेन्टल स्थिति को समझने की कोशिश की.

मुझे पहला सीजन बहुत पसंद आया था 

मैंने अदृश्यम के पहले सीजन को बहुत पहले ही देखा था.जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि मुझे ऐसे शोज देखना पसंद हैं तो मैंने खुद से ही देख लिया था. मुझे बहुत मजा आया था.जब मैंने ये शो देखा था, तो मुझे नहीं लगा था कि फ्यूचर में मुझे इसका हिस्सा बनने का मौका मिलेगा।मुझे सबका काम बहुत पसंद भी आया था.

मैंने दिव्यांका को रिप्लेस नहीं किया

इस शो से जुड़ने के बाद ही यह चर्चा शुरू हो गयी है कि मैंने शो में दिव्यांका त्रिपाठी को रिप्लेस कर लिया है.रिप्लेसमेंट का जो वर्ड है. मुझे लगता है कि वह यहाँ पर अप्लाई नहीं होगा.मुझे इससे ऐतराज हैक्योंकि अदृश्यम के सीजन वन में जो किरदार दिव्यांका त्रिपाठी ने निभाया था. वह मैं निभा नहीं रही हूं.मेरा एकदम अलग किरदार है.नया है. 

तब पहचान को छिपा लेती हूं 

मैं बहुत ही शुक्रगुजार हूं कि मैं भीड़ के बीच परिचित चेहरा हूं. लोग मेरे पास फोटो खिंचवाने के लिए आते हैं लेकिन कई बार आप बस अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं या फिर ऐसा मन होता है कि बस खुद के साथ वक्त गुजारे तो मैं खुद को कैप ,चश्मे से कवर कर पहचान छिपाती हूं।  वैसे कोविड के बाद मास्क की वजह से इसमें आसानी होती है.

अकेले जीवन नहीं है 

मैं गन्स एंड गुलाब और आईसी 814 जैसे शोज का हिस्सा रही हूं.अक्सर यह बातें  सुनने को मिलती हैं कि सोलो प्रोजेक्ट बताओ, कलाकारों की भीड़ में नजर आयी लेकिन मैं भीड़ नहीं मानती हूँ. मेरा नजरिया अलग है.हमारी निजी जिंदगी में ही हमारे आसपास हमारे कलीग, हमारे भाई बहन,हमारे पडोसी, दूधवाला ना हो तो हम अकेले जीवन में नहीं रह सकते हैं.बाकी किरदार नहीं होंगे तो आपके आसपास तो आपकी जिंदगी कम्प्लीट कैसे होगी।आप अपने अचीवमेंट और खुशियां या गम किसे बताओगे . प्रतिज्ञा में भले ही मेरा टाइटल रोल था,लेकिन प्रतिज्ञा के सभी किरदार महत्वपूर्ण थे. सज्जन सिंह, कृष्णा ,अम्मा सभी. वो नहीं होते तो प्रतिज्ञा नहीं बनती थी. 

आने वाले प्रोजेक्ट 

एक ओटीटी की वेब सीरीज में जल्द ही नजर आउंगी और साल के आखिर में फिल्म में भी आपको दिखूंगी। फिलहाल मैं इससे ज्यादा आने वाले प्रोजेक्ट्स पर बात नहीं कर पाउंगी।