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प्रधानमंत्री मोदी ने मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने पर लाभार्थियों से किया संवाद, की ये खास अपील


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित 7, लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के दस वर्ष पूरे होने के अवसर पर देशभर के लाभार्थियों से संवाद किया। इस विशेष आयोजन में प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों से आए छोटे उद्यमियों की प्रेरणादायक कहानियां सुनीं और इस योजना को “भारत में उद्यमिता की मूक क्रांति” बताया।

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा कि भारत में अतिथियों को देवता माना जाता है और उनका आगमन किसी भी स्थान को पवित्र बना देता है। उन्होंने उपस्थित लाभार्थियों से आग्रह किया कि वे अपनी सफलता की कहानियाँ उन बैंक अधिकारियों के साथ साझा करें, जिन्होंने संकट के समय उन्हें लोन उपलब्ध कराकर विश्वास जताया।

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केरल के गोपी कृष्ण की कहानी को प्रधानमंत्री ने बताया मिसाल

प्रधानमंत्री ने केरल के उद्यमी श्री गोपी कृष्ण से संवाद करते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने दुबई की नौकरी छोड़ भारत लौटकर नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में व्यवसाय शुरू किया। उन्होंने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत दो दिन में सोलर इंस्टॉलेशन का कार्य पूरा किया और अब उनकी मासिक आमदनी ₹2.5 लाख से अधिक है। उनके ग्राहकों को बिजली के बिल में भारी राहत मिली है, जो पहले ₹3,000 हुआ करते थे, अब घटकर ₹240-₹250 हो गए हैं।

महिला उद्यमियों की भागीदारी अभूतपूर्व

छत्तीसगढ़ की युवा उद्यमी और ‘हाउस ऑफ पुष्पा’ की संस्थापक ने अपने व्यवसाय की यात्रा साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने कैफे शुरू किया और युवाओं को नौकरी के बजाय व्यापार में उतरने के लिए प्रेरित किया। प्रधानमंत्री ने उनकी जोखिम लेने की क्षमता की सराहना की और युवाओं से आग्रह किया कि वे सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक हों और अवसरों का लाभ उठाएं।

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मनाली, रायबरेली, आंध्र प्रदेश व अन्य क्षेत्रों से आई महिला उद्यमियों ने भी प्रधानमंत्री से अपने अनुभव साझा किए। सभी ने बताया कि कैसे बिना किसी गारंटी के मुद्रा योजना से लोन प्राप्त कर उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति को बदला और अन्य महिलाओं को भी रोजगार प्रदान किया।

कश्मीर से गुजरात तक मुद्रा योजना

जम्मू-कश्मीर के बारामुला से आए ‘बेक माय केक’ के संस्थापक मुदस्सिर नक्शबंदी ने बताया कि अब उनके यहाँ 90% लेनदेन UPI से होता है और उन्होंने 42 लोगों को रोजगार दिया है। गुजरात के एक युवा छात्र ने बताया कि कैसे उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में ‘आदित्य लैब’ की शुरुआत कर 3D प्रिंटिंग और रोबोटिक्स में कदम रखा।

“33 लाख करोड़ रुपये का ऋण बिना गारंटी, यह है नया भारत” – मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुद्रा योजना के तहत अब तक ₹33 लाख करोड़ का ऋण बिना किसी गारंटी के वितरित किया जा चुका है, जो देश के करोड़ों युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में ले गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह राशि उन कुल राशि से अधिक है जो अब तक बड़े उद्योगपतियों को दी गई है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि अब मुद्रा योजना के तहत अधिकतम लोन सीमा को ₹20 लाख तक बढ़ा दिया गया है, जो कि सरकार के नागरिकों पर विश्वास का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से की अपील

प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से आग्रह किया कि वे कम से कम 5 से 10 अन्य लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी दें और उन्हें उद्यमिता के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि अब तक देश में 52 करोड़ से अधिक मुद्रा लोन दिए जा चुके हैं, जो एक वैश्विक कीर्तिमान है।

गरीब कल्याण से लेकर जन-सशक्तिकरण तक

प्रधानमंत्री ने अपने गुजरात कार्यकाल की यादें साझा करते हुए बताया कि कैसे ‘गरीब कल्याण मेला’ में नाटकों के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया गया। उन्होंने एक आदिवासी संगीत समूह की कहानी भी सुनाई, जिन्होंने पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ एक बैंड बनाकर खुद को आर्थिक रूप से सक्षम बनाया। प्रधानमंत्री ने अपने समापन भाषण में कहा कि मुद्रा योजना सिर्फ एक आर्थिक योजना नहीं, बल्कि लोगों की आकांक्षाओं को समझने और उन्हें सशक्त करने का माध्यम है।

Current Version

Apr 08, 2025 19:02

Edited By

Avinash Tiwari