DeepSeek Founder: इन दिनों दुनियाभर में चीन का AI स्टार्टअप DeepSeek चर्चा में है। दरअसल, इस कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में कोहराम मचा दिया है और OpenAI के ChatGPT को भी पीछे छोड़ दिया है। जी हां, DeepSeek ने हाल ही में अपना चैटबॉट DeepSeek-R1 पेश किया है, जिसने मार्केट में तहलका मचाते हुए Apple के ऐप स्टोर पर तो सबसे ज्यादा रेटिंग वाले फ्री ऐप का खिताब अपने नाम कर लिया है लेकिन क्या आप जानते हैं DeepSeek को किसने बनाया है और ये कैसे इतना सक्सेसफुल हुआ है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें…
कौन है DeepSeek का फाउंडर?
जानकारी के मुताबिक, DeepSeek की नींव लियांग वेनफेंग (Liang Wenfeng) ने रखी है, जो चीन के झानजियांग में जन्मे एक साधारण परिवार से आते हैं। लियांग बचपन से ही समस्याओं को सुलझाने और नई-नई चीजें सीखने में काफी ज्यादा रुचि रखते थे। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ही अपनी पढ़ाई पूरी कर इस एरिया में गहरी पकड़ बनाई। अब 40 वर्षीय लियांग ने कई कंपनियों की स्थापना की है, लेकिन DeepSeek उनकी सबसे बड़ी अचीवमेंट बन गई है।
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DeepSeek की शुरुआत
2023 में लियांग ने DeepSeek की स्थापना की और यह कंपनी आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) डेवलप करने पर सबसे ज्यादा फोकस्ड है। DeepSeek का पहला प्रोडक्ट DeepSeek-R1 एक AI चैटबॉट है, जिसे Nvidia H800 चिप्स का इस्तेमाल करके ट्रेन किया गया। DeepSeek-R1 को बनाने में करीब 52 करोड़ रुपये खर्च हुए, जो ChatGPT की लागत से लगभग 10 गुना कम है।
कम लागत में हाई परफॉर्मेंस
DeepSeek-R1 ने न सिर्फ ChatGPT को टक्कर दी है, बल्कि Google Gemini जैसे AI चैटबॉट की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अमेरिकी बाजार में ये ऐप काफी ज्यादा पॉपुलर हो गया है। Apple के ऐप स्टोर पर यह ऐप लॉन्च होते ही सबसे ज्यादा रेटिंग वाला फ्री ऐप बन चुका है। इसके जबरदस्त AI फीचर्स और कम लागत में हाई परफॉर्मेंस ने इसे दुनियाभर में पॉपुलर कर दिया है।
DeepSeek का भारत पर असर
DeepSeek के AI मॉडल R1 का असर इंडियन और अमेरिकन मार्केट्स में देखने को मिल रहा है। NVIDIA के शेयर्स में तो इससे 20% तक की गिरावट देखने को मिली है। जबकि इसका असर भारत में लिस्टेड कंपनियों पर भी दिखा। अनंत राज, नेटवेब टेक्नोलॉजीज और जेन टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियों के शेयर्स 50 परसेंट तक लुढ़क गए।
Current Version
Jan 28, 2025 17:13
Edited By
Sameer Saini