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प्रधानमंत्री को गाली के समय कहां थी नैतिकता



Rahul Gandhi:कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान को लेकर भाजपा आक्रामक है. राहुल गांधी के बयान को लेकर कई केंद्रीय मंत्री और सहयोगी दल के नेता नाराजगी जता चुके है और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को आतंकी करार दिया. भाजपा और सहयोगी दल के नेताओं के राहुल गांधी के खिलाफ दिए बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ऐसे बयानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. खरगे के पत्र का जवाब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को पत्र लिखकर दिया. खरगे को लिखे पत्र में नड्डा ने कहा कि जब कांग्रेस के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे रहे थे तो कांग्रेस को राजनीतिक मर्यादा, शुचिता और अनुशासन की याद क्यों नहीं आयी. नड्डा ने पत्र में लिखा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पिछड़े वर्ग को चोर कहा. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा. 

नड्डा ने राहुल को बताया असफल नेता

खरगे को लिखे पत्र में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को राजनीति का असफल उत्पाद करार देते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मजबूरी है कि वे उनका महिमामंडन करें. पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते खरगे को मंथन करना चाहिए कि उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने प्रधानमंत्री के खिलाफ कैसे-कैसे बयान दिए है. लेकिन राजनीतिक मजबूरी के कारण जनता द्वारा कई बार नकारे जाने के बावजूद खरगे अपने असफल उत्पाद की पॉलिश कर फिर से जनता के सामने पेश करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है.

 उन्होंने कहा कि पत्र को पढ़कर उन्हें लगा कि खरगे द्वारा कही गई बातें तथ्य से दूर है और ऐसा लगता है कि पत्र में वह राहुल गांधी सहित अपने नेताओं की करतूत को या तो भूल गए हैं या उसे जानबूझकर नजर अंदाज कर रहे हैं. देश के प्रधानमंत्री के लिए अत्यंत अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने का रहा हो, जिसने संसद में देश के प्रधानमंत्री को डंडे से पीटने की बात कही हो, जिसकी धृष्ट मानसिकता से पूरा देश वाकिफ है, उन राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश खरगे की मजबूरी को दर्शाता है. कांग्रेस और सहयोगी दल के नेताओं ने पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री मोदी को 110 से अधिक गालियां दी, लेकिन कांग्रेस ने कभी ऐसे बयानों की निंदा नहीं की और ऐसा बयान देने वाले नेताओं का महिमामंडन किया.