बेमौसम बारिश के बावजूद नहीं बढ़ेंगी गेहूं की कीमतें, सरकार करने जा रही है ये खास इंतजाम
खड़ी फसल पर मौसम की मार लगातार किसानों के साथ आम उपभोक्ताओं को परेशान कर रही है। पिछली बार गर्म फरवरी के चलते उत्पादन गिरा तो इस साल जल्द शुरू हुई गर्मी के बाद बेमौसम की बारिश ने एक बार फिर गेहूं की फसल को लेकर चिंताएं खड़ी हो गई हैं। पिछला साल गेहूं की महंगाई के भेंट चढ़ गया। सरकार ने निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाया लेकिन पूरे साल भर कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर रहीं।
इस साल भी सरकार गेहूं को लेकर किसी ढ़िलाई नहीं बरत रही है। सरकार ने कहा है कि इस साल भी गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक कि देश खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए घरेलू आपूर्ति को लेकर सहज महसूस नहीं करता। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बेमौसम बारिश के कारण गेहूं का उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ है। बारिश के बाद भी इस साल गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 11.2 करोड़ टन रहेगा।