कोरोना की गिरफ्त में केवल बुजुर्ग, टूटा मिथक- गिरफ्त में युवा, चिंतित हुआ US प्रशासन
वाशिंगटन । कोरोना को लेकर अमेरिका ने खबरदार किया है कि वायरस की चपेट में न केवल बुजुर्ग बल्कि इसकी चपेट में युवा लोग भी आ रहे हैं। शीर्ष अमेरिकी अधिकारी एंथोनी फौसी ने कहा कि इसकी चपेट में युवा और स्वस्थ्य लोग भी आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका में स्वस्थ्य युवाओं की जांच में कोरोना पोजिटिव पाया गया है। इसके साथ अमेरिकी प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई है। फौरी का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका में यह दावा किया जा रहा है कि कोरोना की गिरफ्त में केवल बुजुर्ग ही है। इसके साथ यह प्रमाण रखा गया कि अमेरिका में कोरोना से मरने वालों में अधिकतर बुजुर्ग लोग है। इस प्रकार की चिंता पाकिस्तान में भी देखी गई है। वहां भी कई युवाओं में कोरोना पाजिटिव पाया गया है।
उन्होंने कहा कि लोगों का यह मानना है कि कोरोना केवल बुजुर्गों को हो सकता है, अब यह मिथक टूट गया है। फौसी ने एक लाइव साक्षात्कार में एक बास्केटबॉल खिलाड़ी के जरिए सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं तक इस संदेश को पहुंचाने के मकसद से उक्त बात कहीं। उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि कोरोना में अमेरिका में अब तक 1000 मौतों में अधिकतर बुजुर्ग हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इसके लक्ष्ण केवल बुजुर्गों में ही होता है।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि हालांकि, यह सच है कि बुजुर्गों और फेफड़ों की बीमारी और मधुमेह जैसी स्थितियों से पीड़ित लोगों में मरने का खतरा अधिक होता है। लेकिन उन्होंने साफ किया कि इसकी गिरफ्त में युवा और स्वस्थ्य लोग भी हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवा लोगों को सामाजिक दूरी और अन्य कदमों का पालन करने की जरूरत है, जो वायरस के प्रसार को कम करने के लिए उठाया गया है।