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क्वारंटाइन नियमों को तोड़ने वाले 50 हजार से अधिक लोगों पर लगा 16 हजार से अधिक का जुर्माना

मिलान (इटली)। कोरोना वायरस की चपेट में इस वक्‍त यदि कोई देश सबसे अधिक प्रभावित है तो वो इटली है। शनिवार 22 मार्च को यहां पर 793 नए मामले सामने आए हैं। इस वायरस की चपेट में आने के बाद ये पहला ऐसा दिन था जब एक ही दिन में इतने मामले सामने आए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में जितने मामले इस दौरान बढ़े हैं उनमें से करीब 38 फीसद मामले अकेले इटली से सामने आए हैं। अब तक यहां पर कुल 53578 मामले सामने आ चुके हैं। इटली के अखबार द लोकल के मुताबिक करीब दो तिहाई इटली इसकी चपेट में है। इसके बाद भी इसको लेकर यहां पर लोग लापरवाह बने हुए हैं और सरकार के बनाए नियमों की अवहेलना कर रहे हैं। इस वजह से सरकार ने 50 हजार लोगों पर क्वारंटाइन के नियमों की अवहेलना करने के आरोप में जुर्माना लगाया है।

आपको बता दें कि कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद से ही इटली में सरकार ने दुकानें, पब, बार, होटल आदि के खुलने पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके अलावा वहां पर नेशनल शटडाऊन किया गया है। सरकार ने  हजारों की संख्‍या में ऐसे लोगों को जो इसकी चपेट में हैं उनको क्वारंटाइन किया है। इनके लिए सख्‍त दिशा-निर्देश भी हैं कि ये बाहर न निकलें और नियमों का पालन करें। इसके बाद भी ये लोग नियमों को न मानते हुए दूसरों की जिंदगी को भी खतरे में डाल रहे हैं।

आंतरिक मंत्रालय के मुताबिक पुलिस ने इस तरह के नियम तोड़ने वाले 51,892 लोगों को आरोपित किया है साथ ही 1126 लोगों पर झूठी जानकारी या बयान देने के आरोप में चार्ज लगाया है।  इसके अलावा 195 दुकानों के मालिकों पर भी विभिन्‍न नियमों को तोड़ने के आरोप में चार्ज लगाया है। ऐसे लोगों पर जो बेवजह सड़कों पर घूम रहे हैं और दूसरों के लिए खतरा बन रहे हैं उनपर 206 यूरो का जुर्माना भी लगाया जा रहा है। भारतीय मुद्रा के हिसाब से ये रकम करीब 16,767 रुपये होती है। इसके अलावा नियमों को तोड़ने वालों को तीन माह की सजा का भी प्रावधान सरकार ने कानून में रखा हुआ है। इसके बाद भी लोग मनमानी कर रहे हैं।

सिसली में एक अंतिम यात्रा के दौरान शामिल हुए 40 लोगों पर भी सरकार की तरफ से जुर्माना लगाया है। इटली के प्रधानमंत्री गोसिप कॉन्‍टे ने साफ कर दिया है कि यदि लोग नहीं माने तो सरकार प्रतिबंधों को और कड़ा कर देगी। उन्‍होंने लोगों से अपील भी की है कि सरकार ये सब उनकी भलाई के लिए ही कर रही है। बेवजह बाहर निकलकर या क्वारंटाइन के नियमों को न मानकर वो दूसरों की जान भी जोखिम में डाल रहे हैं।