कोरोना को डब्ल्यूएचओ ने घोषित की महामारी, कहा- महज दो हफ्ते में चीन से बाहर 13 गुना बढ़े मामले
जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ (World Health Organisation, WHO) ने दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को महामारी (Pandemic) घोषित कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टैड्रॉस ऐडनॉम गैबरेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने जिनेवा में बुधवार को कहा कि COVID-19 को पैनडेमिक यानी महामारी कहा जा सकता है। उन्होंने इसके तेजी से फैलने और इसे काबू में करने को लेकर निष्क्रियता पर गहरी चिंता जताई।
गैबरेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि महज दो हफ्तों में ही चीन के बाहर इस वायरस के संक्रमण में 13 गुना इजाफा हुआ है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने स्पष्ट किया कि महामारी के रूप में या दुनिया के दूसरे देशों में तेजी से फैल रही बीमारी के रूप में दर्शाने का मतलब यह नहीं कि डब्ल्यूएचओ अपनी सलाह बदल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा कि देशों को इस वायरस से लड़ने के लिए तत्काल और आक्रामक कदम उठाए जाने की जरूरत है।
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा कि कई देशों ने यह दिखा दिया है कि इस वायरस को नियंत्रित किया जा सकता है। इस वायरस से जूझ रहे कई देशों के लिए यह चुनौती नहीं है कि क्या वे ऐसा कर सकते हैं। चुनौती यह है कि क्या वे करेंगे… उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएचओ ने बीते दिनों इस वायरस को प्रभाव को लेकर जोखिम बढ़ाते हुए वैश्विक स्तर पर बेहद उच्च स्तर (high at a global level) पर कर दिया था। अब उसने इसे महामारी (Pandemic) घोषित करके विश्व समुदाय को सचेत कर दिया है।
बता दें कि किसी खास देश या क्षेत्र विशेष में फैली बीमारी को एपिडेमिक कहा जाता है लेकिन जब यह दुनिया के अधिकतर हिस्सों में फैलने लगती है तो इसे पैनडेमिक यानी महामारी करार दिया जाता है। बीते दिनों भी विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टैड्रॉस ऐडनॉम गैबरेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा था कि वायरस के फैलने और इसके प्रभाव का जोखिम वैश्विक स्तर पर बेहद ज्यादा हो गया है। इस वायरस का खतरा जितना बड़ा है उसे देखते हुए विश्व समुदाय उतना तैयार नहीं है जितना की चीन… WHO के मुताबिक, चीन ने जितनी सावधानियां बरतीं विश्व समुदाय उस तरह से तैयार नहीं है।