मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन 5 महीने तक प्रभावी, मौत के खतरे को टालने में कारगर: स्टडी
लॉस एंजिलिस (अमेरिका).अमेरिका औषधि विनिर्माता मॉडर्ना का कोविड-19 रोधी टीका (Moderna Vaccine) संक्रमण को रोकने में 87 प्रतिशत, गंभीर बीमारी के खिलाफ 95 प्रतिशत और मृत्यु के खतरे को टालने में 98 प्रतिशत तक कारगर है. एक अध्ययन (New Study) में यह दावा किया गया है. ‘द लांसेट रीजनल हेल्थ – अमेरिकाज जर्नल’ में प्रकाशित अनुसंधान ने एक अवलोकन अध्ययन के रूप में मॉडर्ना के कोविड-19 एम-आरएनए टीके की पांच महीने की प्रभावकारिता का मूल्यांकन किया. मॉडर्ना द्वारा वित्त पोषित अध्ययन में हर उम्र, लिंग और नस्ल के आधार पर टीका ले चुके 352,878 लोगों और टीका नहीं लगवाए इतने ही संख्या में लोगों को शामिल किया गया था.
अमेरिका के सदर्न कैलिफोर्निया में एकीकृत स्वास्थ्य देखभाल संगठन – कैसर परमानेंट में सहायक अन्वेषक कटिया ब्रुक्सवूर्ट ने कहा, ‘यह अनुसंधान संक्रमण, अस्पताल में भर्ती होने और कोविड-19 से मृत्यु के खतरे को कम करने में मॉडर्ना के कोविड-19 टीके की उच्च प्रभावकारिता का प्रमाण प्रदान करता है.’ ब्रुक्सवूर्ट ने कहा, ‘अध्ययन के महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक यह था कि इसमें 7,00,000 से अधिक वयस्क शामिल थे जो नस्लीय और जातीय रूप से विविध थे. इनमें गंभीर पुरानी बीमारियों, प्रतिरक्षात्मक रूप से संवेदनशील व्यक्तियों को भी शामिल किया गया था.’
अध्ययन में, टीकाकरण करा चुके लोगों को 18 दिसंबर, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक मॉडर्ना के टीके की दो खुराक दी गई. यह पाया गया कि कोविड-19 के खिलाफ टीके की प्रभावकारिता 87 प्रतिशत थी. उन्होंने कहा कि टीका लेने वाले 13 लोगों और टीका नहीं लिए 182 संक्रमित रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें टीका ले चुके एक मरीज और टीका नहीं लिए 25 मरीजों की मृत्यु हुई.
मई में कंपनी ने कहा था कि उसका कोविड-19 रोधी टीका वयस्कों के साथ ही उन बच्चों पर भी प्रभावी है जो 12 साल के हो चुके हैं. कंपनी ने 12 से 17 वर्ष के आयुवर्ग के 3700 बच्चों पर अध्ययन किया. शुरुआती नतीजों में नजर आया कि टीका वयस्कों की तरह ही किशोरों के प्रतिरोधी तंत्र की सुरक्षा पर काम करता है और बांह में सूजन, सिरदर्द और थकान जैसे उसी तरह के अस्थायी दुष्प्रभाव भी नजर आते हैं. मॉडर्ना टीके की दो खुराक लेने वालों में कोविड-19 नहीं मिला जबकि जिन बच्चों को डमी टीके लगाए गए थे उनमें चार मामले मिले. कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पहली खुराक के दो हफ्तों बाद 93 प्रतिशत प्रभावी रही.