Coronavirus के खिलाफ लड़ाई के लिए पूर्व दिग्गज भारतीय खिलाड़ी ने दान की सैलरी और पेंशन
नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और मौजूदा विधायक लक्ष्मी रत्न शुक्ला ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए सरकार को अपनी विधायक पद की सैलरी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ से मिलने वाली पेंशन को दान कर दिया है। लक्ष्मी रत्न शुक्ला मौजूदा समय में पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री हैं।
लक्ष्मी रत्न शुक्ला ने तीन महीने की एमएलए की सैलरी और बीसीसीआइ के पेंशन को कोविड 19 की महामारी की लड़ाई के खिलाफ राज्य सरकार को सौंपने का फैसला किया है। भारत में अब तक 735 कोरोना वायरस के मरीज सामने आ चुके हैं, जबकि बंगाल में 10 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं, जिनमें से एक की मौत हो गई है। पूरे देश में कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा 17 हो गया है। वहीं, पूरे विश्व में 24000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
शुक्रवार को लक्ष्मी रत्न शुक्ला ने कहा है, “यह समय की जरूरत है कि हम सभी अपनी क्षमताओं के हिसाब से सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। मैंने एमएलए पद की तीन महीने की सैलरी को चीफ मिनिस्टर रिलीफ फंड में दे दिया है। मुझे बीसीसीआइ से पेंशन मिलती है। तीन महीने की पेंशन को भी मैंने डोनेट करने का फैसला किया है।” इनके अलावा भी कई खिलाड़ियों ने अपनी सैलरी सरकारों को दान की है।
लक्ष्मी रत्न शुक्ला ने भारत के लिए 3 वनडे इंटरनेशनल साल 1999 में खेले थे। इसके बाद उनको एंकल इंजरी हो गई थी, जिसकी वजह से वे लंबे समय तक टीम से बाहर रहे और फिर कभी मौका नहीं मिला। हालांकि, घरेलू क्रिकेट में वे एक सम्मानित ऑलराउंडर के रूप में जाने गए। बंगाल के साथ-साथ उन्होंने ईस्ट जोन का बी प्रतिनिधित्व 100 से ज्यादा फर्स्ट क्लास मैचों में किया है। इसके अलावा वे आइपीएल जीतने वाली टीम कोलकाता नाइट राइडर्स का भी हिस्सा रहे हैं।