व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के बाद खुद मैदान में उतरे DGP, पुलिस मुख्यालय की निगरानी में जांच कराने का निर्देश
अनुज शर्मा/ पटना. बिहार के (DGP) डीजीपी विनय कुमार ने साफ कहा है कि पटना की इस हाई-प्रोफाइल हत्या की जांच मुख्यालय की निगरानी में होगी और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस हर संभावित पहलू पर तेजी से काम कर रही है. उन्होंने गांधी मैदान क्षेत्र में मौके का जायजा भी लिया और फॉरेंसिक रिपोर्ट, तकनीकी विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्ड जैसे हर साक्ष्य को गंभीरता से खंगालने का निर्देश दिया.
खेमका हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खेमका हत्याकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और पटना सेंट्रल जोन के अनुभवी अधिकारियों को शामिल किया गया है. डीजीपी के अनुसार, इस टीम को सख्त निर्देश दिया गया है कि वे हर कोण से जांच कर जल्द से जल्द आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करें. इस हत्या के बाद राज्य भर में व्यापारी वर्ग में असुरक्षा की भावना को देखते हुए डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को आदेश जारी किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों पर विशेष निगरानी रखें और व्यवसायियों के इलाकों में पुलिस-पेट्रोलिंग बढ़ाएं.
पुलिस को देर से मिली सूचना
खेमका परिवार द्वारा घटना के करीब दो घंटे बाद पुलिस के मौके पर पहुंचने के आरोप से इनकार किया है. विनय कुमार ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, पुलिस कार्रवाई में देरी का कोई सवाल ही नहीं है. दरअसल, घटना की जानकारी शुक्रवार देर रात करीब 12.30 बजे पुलिस तक पहुंची. शुक्रवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर गोलीबारी होने के बाद परिवार के सदस्य उन्हें (खेमका) कंकड़बाग इलाके में एक निजी अस्पताल ले गए, जिसमें करीब 30 से 35 मिनट लगे.
हत्यारों की जल्द होगी गिरफ्तारी
अस्पताल के अधिकारियों ने ही पुलिस को सूचना दी. वरिष्ठ अधिकारी रात करीब 12 बजकर 40 मिनट पर घटनास्थल पर पहुंचे. डीजीपी विनय कुमार ने कहा, यह घटना बेहद गंभीर है. इसे केवल एक आपराधिक वारदात के रूप में नहीं देखा जा सकता. अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. मुख्यालय स्वयं जांच की प्रगति पर निगरानी रखेगा.
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