Nirbhaya Justice : निर्भया के दोषियों को फांसी, तिहाड़ जेल के बाहर लोगों ने मिठाइयां बांटकर मनाई खुशी
नई दिल्ली। निर्भया के दोषियों को आखिकार फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। आज सुबह साढ़े पांच बजे चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। इस दौरान तिहाड़ जेल के बाहर आम लोगों के साथ-साथ भारी संख्या में मीडियाकर्मी भी पहुंचे हुए हैं। यहां पहुंचे लोगों के हाथों में ‘Judgement Day’ और ‘निर्भया को न्याय मिला’ जैसे लिखे पोस्टर नजर आ रहे हैं। इसके अलावा भारी संख्या में सुरक्षाबल की भी तैनाती तिहाड़ जेल के बाहर की गई है।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार तिहाड़ जेल के बाहर लोग मिठाइयां बांटकर खुशी मना रहे हैं। बता दें कि आज सुबह 5.30 बजे निर्भया मामले में पांच दोषियों को फांसी दी गई।
इससे पहले दोषी पक्ष ने निर्भया के दोषियों की फांसी को टालने के लिए सभी हथकंडे अपनाए, लेकिन आखिरकार कोर्ट ने अपना फांसी देने का फैसला कायम रखा। निचली कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट से झटका लगने के बाद निर्भया मामले के दोषियों की फांसी रोकने के लिए अधिवक्ता एपी सिंह रात लगभग दो बजे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्भया के दोषियों की याचिका को खारिज कर दिया।
दोषियों को फांसी लगने के बाद निर्भया की मां ने कहा कि हमारी बेटी अब जिंदा नहीं है और लौटेगी नहीं। हमने यह लड़ाई शुरू की थी, जब वो हमें छोड़ कर चली गई। यह संघर्ष उसके लिए था, लेकिन हम भविष्य में अपनी बेटियों के लिए इस लड़ाई को जारी रखेंगे। मैंने अपनी बेटी की तस्वीर को गले लगाया और कहा आखिरकार तुमको न्याय मिला। देश की जनता भी इस केस के साथ भावनात्मक रूप से काफी जुड़ गई थी, इसलिए लोग तिहाड़ जेल के बाहर ‘न्याय का दिन’ लिखे पोस्टर लेकर पहुंचे हैं।
बता दें कि निर्भया के परिवार को सात साल का लंबा इंतजार न्याय मिलने के लिए करना पड़ा। ऐसे में जब चारों दोषियों को फांसी दी गई, तो बाहर भारी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। जेल अधिकारियों के फांसी की पुष्टि करने के बाद तिहाड़ जेल के बाहर भीड़ बेकाबू होने लगी। हालांकि, जेल प्रशासन को इस स्थिति का अनुमान था, इसलिए जेल के बाहर पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की गई है।