मोटापा कम करने वाली सर्जरी से लिवर की बीमारी का खतरा 90% हो जाता है कम – स्टडी
Bariatric Surgery For Liver Disease : हमारे शरीर में लीवर (Liver) का काम खाने और अन्य चीजों को प्रोसेस (Process) करना है. जब लीवर की कोशिकाओं (Cells) में वसा (Fat) अधिक मात्रा में बनने लगती है तो इसी को फैटी लीवर (Fatty Liver) कहते हैं. फैटी लीवर की बीमारी दो तरह की होती है: एल्कोहलिक और नॉन-एल्कोहलिक. एल्कोहलिक फैटी लिवर (Alcoholic fatty liver) ज्यादा शराब पीने से होता है.लेकिन नॉन-एल्कोहलिक फैटी लिवर (non-alcoholic fatty liver) का शराब से कोई लेना-देना नहीं है. फैटी लिवर की प्रॉब्लम ज्यादातर मोटापे के शिकार, डायबिटीज टाइप-2 के रोगियों, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर वाले रोगियों को ही अधिक होती है. अभी तक फैटी लिवर का कोई इलाज नहीं है. लेकिन अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करके आप फैटी लिवर की समस्या से निजात पा सकते हैं. लेकिन अब एक ताजा शोध में दावा किया गया है कि बैरियाट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) के जरिए फैटी लिवर जैसी जानलेवा बीमारियों के रिस्क को कम किया जा सकता है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर चार में से एक अमेरिकी वयस्क शराब पीने के कारण नहीं बल्कि मोटापे के कारण यकृत बढ़ जाना यानी फैटी लिवर (Fatty Liver) की गंभीर बीमारी से ग्रस्त है. ‘जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (Journal of the American Medical Association)’ यानी जामा (JAMA) में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, बैरियाट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) से मोटापे (Obesity) से तो निजात मिलती है, साथ ही इसका एक बड़ा फायदा होता है कि इससे फैटी लिवर और लिवर कैंसर (Liver Cancer) जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम होता है.
जामा (JAMA) में प्रकाशित इस स्टडी में 1158 उन लोगों को शामिल किया गया, जिन्होंने फैटी लिवर की बीमारी के चलते बैरियाट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) कराई हुई थी. इसमें सामने आया कि सर्जरी कराने वाले 650 लोगों में से केवल 5 लोगों को ही बाद में लिवर की गंभीर बीमारी हुई. वहीं सर्जरी नहीं कराने वाले 508 में से 40 लोगों को लिवर की गंभीर बीमारियां हुईं. इसका निष्कर्ष ये निकला कि सर्जरी कराने के अगले 10 साल तक इन लोगों में लिवर कैंसर और लिवर संबंधी अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा 90 फीसदी तक कम हो गया.
हार्ट अटैक की आशंका भी 70% कम हुई
इस अध्ययन में सामने आया कि बैरियाट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) से मोटापे (Obesity) के कारण हार्ट अटैक (Heart Attack) की आशंका में भी 70 फीसदी तक की कमी आती है.
इस रिसर्च को लीड करने वाले डॉ अली अमिनियन (Ali Aminian)का कहना, ‘मोटापे के कारण फैटी लिवर की समस्या सामने आती है. लिवर पर ज्यादा मात्रा में फैट जमा हो जाता है. इससे लिवर में जलन होती है और स्कार टिश्यू (scar tissue) पैदा हो जाते हैं. इससे आगे चलकर लिवर सिरोसिस (liver cirrhosis) जैसी जानलेवा बीमारी पैदा होती है. मरीज के शरीर का वजन कम होने पर लिवर से भी फैट कम होता है.’