2024 तक नए लुक में दिखेगी दिल्ली, राष्ट्रपति भवन से यमुना तक होगा सेंट्रल विस्टा का विकास
नई दिल्ली। सब कुछ यदि तय योजना के मुताबिक हुआ तो 2024 तक देश की राष्ट्रीय राजधानी एक नए लुक में दिखेगी। इसमें नए संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा का विस्तार भी शामिल है। जिसका एक छोर यमुना नदी के किनारे तक और दूसरा छोर राष्ट्रपति भवन के पीछे प्रस्तावित एक बायो-डायवर्सिटी पार्क तक होगा। इस पार्क में देशभर के विलुप्त हो रहे सभी पेड़-पौधों को संरक्षित किया जाएगा।
नए संसद भवन में सांसदों को बैठने के लिए पर्याप्त जगह मिलेगी
राष्ट्रीय राजधानी के आधुनिकीकरण में जो सबसे खास बात होगी, उसके तहत प्रस्तावित नए संसद भवन में सांसदों को बैठने के लिए पर्याप्त जगह मिलेगी। मौजूदा समय में प्रत्येक सांसद को बैठने के लिए सिर्फ 40 सेंटीमीटर जगह ही मिलती है। अब उनके लिए 60 सेंटीमीटर जगह होगी। प्रस्तावित लोकसभा को करीब 900 सदस्यों के बैठने की क्षमता के लिहाज से तैयार किया जाएगा।
इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में जो बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, उनमें उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आवास भी अब सेंट्रल विस्टा में ही बनेंगे। अब तक देश की दोनों ही प्रमुख और अतिसुरक्षित शख्सियतें इस क्षेत्र से दूर हैं जो आम लोगों की आवाजाही वाला क्षेत्र है। इसके तहत प्रधानमंत्री का नया कार्यालय और आवास अब साउथ ब्लाक से नजदीक ही होगा। इसी तरह उपराष्ट्रपति का आवास भी नॉर्थ ब्लाक में सेंट्रल विस्टा के नजदीक होगा।
लुटियन दिल्ली को नया रूप देने का यह काम फिलहाल देश के जाने-माने ऑर्किटेक्ट डॉ. बिमल पटेल को सौंपा गया है जो मूलत: गुजरात के हैं। मौजूदा समय में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण कार्य उन्हीं की देखरेख में चल रहा है।