जल्द ही देश का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर बनेगा यमुना एक्सप्रेसवे, जानिए प्लान
नोएडा. जल्द ही यमुना एक्सप्रेसवे इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर बन जाएगा. इसके लिए जरूरी ट्रायल रन भी पूरे हो चुके हैं. चार्जिंग स्टेशन, सेवा और सहायता केन्द्र की जरूरतों का पता लगाने के लिए एक कंपनी की ओर से सर्वे भी पूरा हो चुका है. इसी साल मई में यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए इंडिया गेट से आगरा तक इलेक्ट्रिक व्हीकल का ट्रायल रन किया गया था. इस दौरान सिंगल चार्जिंग में 340 किमी तक इलेक्ट्रिक व्हीकल चले थे. सूत्रों की मानें तो 20 दिसम्बर से यमुना एक्सप्रेसवे को इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर बनाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा.
जानकारों की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में सर्वे करने वाली एडवांस सर्विसेज ऑफ डूइंग बिजनेस प्रोग्राम कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि यमुना एक्सप्रेस वे को कम से 10 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन की जरूरत है. इसमे से एक-एक आगरा और ग्रेटर नोएडा की साइड और 4-4 चार्जिंग स्टेशन यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों साइड होने चाहिए. जिससे की इलेक्ट्रिक वाहन चलाने वालों को ईंधन को लेकर किसी भी तरह की कोई परेशानी न आए.
शॉपिंग करते हुए या मूवी देखते हुए आप अपनी इलेक्ट्रिक कार या स्कूटी-बाइक को चार्ज करा सकते हैं. इसके लिए आपको अलग से वक्त नहीं निकालना होगा. इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने के लिए केन्द्र सरकार कुछ इसी तरह की योजना पर काम कर रही है. ग्रेटर नोएडा में इसी तर्ज पर 100 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने पर काम चल रहा है.
गौरतलब रहे अकेले गौतम बुद्ध नगर में ही दो साल में करीब 7 हजार इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. जानकारों की मानें तो गौतम बुद्ध नगर आरटीओ में इस वक्त 5,938 इलेक्ट्रिक रिक्शा, 611 दोपहिया, 299 इलेक्ट्रिक कार्ट्स, 82 चार पहिया वाहन और सात तिपहिया वाहन पंजीकृत हैं. बीते कुछ महीने से आंकड़ों में और सुधार आया है. अब हर रोज करीब आम तौर पर एक दिन में यह आंकड़ा 15 इलेक्ट्रिक वाहनों से ऊपर निकल रहा है.
जानकारों की मानें तो इलेक्ट्रिक वाहन का चार्जिंग शुल्क लो-टेंशन लाइन से 4.5 रुपये प्रति यूनिट और हाई-टेंशन से 5 रुपये प्रति यूनिट होगा. यह भारत में सबसे कम टैरिफ मूल्य है. इस कीमत के साथ, चार्जिंग सुविधा के आधार पर सर्विस चार्ज जोड़ा जाता है. इलेक्ट्रिक वाहन का चार्जिंग शुल्क लो-टेंशन से 4.5 रुपये प्रति यूनिट और हाई-टेंशन से 5 रुपये प्रति यूनिट होगा. यह भारत में सबसे कम टैरिफ मूल्य है. इस कीमत के साथ, चार्जिंग सुविधा के आधार पर सर्विस चार्ज जोड़ा जाता है.