MCD चुनाव से पहले विजय कुमार देव को मिली बड़ी जिम्मेदारी, दिल्ली चुनाव आयोग के आयुक्त बने
नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम के चुनाव अगले साल होने हैं और इसको लेकर भाजपा, आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस ने अपना पूरी ताकत झोंक रखी है. इस बीच दिल्ली के मुख्य सचिव विजय कुमार देव को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के चुनाव आयोग का आयुक्त नियुक्त किया गया है.
बता दें कि अगले साल की शुरुआत में यूपी समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके साथ दिल्ली में दिल्ली नगर निगम के भी चुनाव होंगे. स्थानीय निकाय चुनाव होने के बावजूद दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम पर देशभर की निगाहें रहती हैं.
इससे पहले देव दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी भी रह चुके हैं. उसके बाद उनका चंडीगढ़ प्रशासक के तौर पर तबादला हुआ था. इसके बाद वह फिर दिल्ली लौटे और मुख्य सचिव के तौर पर जिम्मेदारी मिली. वैसे विजय कुमार देव की गिनती ईमानदार और तेज तर्रार अधिकारी के रूप में होती है. यही वजह है कि वह अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा चर्चा में रहे हैं. वह शीला दीक्षित सरकार में राजस्व विभाग में प्रधान सचिव के पद पर रह चुके हैं.
दिल्ली में नया वोटर बनाने और वोटर लिस्ट को संशोधित करने की प्रक्रिया जोर शोर से चलाई जा रही है. दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से विशेष सारांश संशोधन-2022 के तहत मतदाताओं, खासकर युवा मतदाताओं को वोटर लिस्ट का हिस्सा बनाने का तेज प्रयास किया जा रहा है. इसको लेकर सीईओ कार्यालय कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है. इस दिशा में नई दिल्ली जिला चुनाव कार्यालय की ओर से अच्छी पहल करते हुए भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) के दिल्ली मंडप में एक विशेष स्टाल भी स्थापित किया गया है.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ रणबीर सिंह ने बताया कि विशेष सारांश संशोधन के मद्देनजर मतदाताओं, विशेषकर युवाओं की सहायता के लिए ट्रेड फेयर में दिल्ली मंडप में विशेष स्टाल स्थापित किया गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, चूंकि इस आयोजन में बड़ी संख्या में युवा शामिल होते है. इसलिए यह निर्णय उन मतदाताओं की सहायता के लिए किया गया था जो कट-ऑफ तिथि से पहले 18 वर्ष के हो जाएंगे या जो पहले से ही 18 वर्ष के हो चुके हैं. लेकिन उनका नाम मतदाता सूची में नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि आईआईटीएफ में स्टॉल लगाने का उद्देश्य बड़ी संख्या में महिला मतदाताओं, विशेषकर युवा महिलाओं तक पहुंच बनाना है.