PM Kisan 21st Installment Date: 11 करोड़ से ज्यादा किसान पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अगली किस्त से चूकने से बचने के लिए कुछ अनिवार्य औपचारिकताएं पूरी करना जरूरी है. पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त जल्द ही जारी होने की उम्मीद है.
पीएम किसान योजना के तहत, सरकार हर योग्य किसान को 2,000 रुपये की तीन किस्तों में सालाना 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता करती है. अब तक सरकार इस योजना के तहत 20 किस्तें जारी कर चुकी है और अब किसान 2,000 रुपये की 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं.
खबरों के मुताबिक, पीएम किसान योजना की अगली किस्त (21वीं किस्त) नवंबर के पहले पखवाड़े में जारी होने की उम्मीद है. हालांकि, अभी तक आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की गई है.
गौरतलब है कि सरकार जम्मू-कश्मीर के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना की 21वीं किस्त पहले ही जारी कर चुकी है.
अपनी अगली 2,000 रुपये की किस्त प्राप्त करने में देरी से बचने के लिए आपको इन चार जरूरी बातों की जांच और सुधार जरूर करना चाहिए:
1. अपने बैंक खाते को आधार से लिंक करें
सरकार पीएम किसान सम्मान निधि की राशि आधार से जुड़ी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) प्रणाली के माध्यम से वितरित करती है. सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता आपके आधार नंबर से सही ढंग से लिंक है. अगर नहीं, तो भुगतान में विफलता से बचने के लिए अपने बैंक से संपर्क करें या इसे ऑनलाइन अपडेट करें.
2. अपना ई-केवाईसी पूरा करें
ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) सभी पीएम किसान लाभार्थियों के लिए अनिवार्य है. इसके बिना, आपका नाम लाभार्थी सूची से हटाया जा सकता है.
आप तीन आसान तरीकों से ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं:
ओटीपी-आधारित ई-केवाईसी: यदि आपका आधार आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा है, तो पीएम किसान की वेबसाइट पर जाएं और ओटीपी का उपयोग करके वेरिफाई करें.
बायोमेट्रिक ई-केवाईसी: फिंगरप्रिंट प्रमाणीकरण के लिए अपने नज़दीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाएं.
चेहरे से प्रमाणीकरण: वरिष्ठ नागरिकों और शारीरिक रूप से अक्षम किसानों के लिए अब सीएससी पर एक विशेष सुविधा उपलब्ध है, जो चेहरे की पहचान के माध्यम से ई-केवाईसी की अनुमति देती है.
योजना की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, पीएम किसान पंजीकृत किसानों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है.
3. अपने भूमि रिकॉर्ड वेरिफाई करवाएं
पीएम-किसान के लिए पात्रता भूमि स्वामित्व पर आधारित है. अगर आपके जमीन के दस्तावेज अपडेट नहीं हैं या राज्य के राजस्व विभाग से वेरिफाई नहीं हैं, तो आपका आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है या अगली किस्त रोकी जा सकती है.
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे कई राज्यों ने किसान पंजीकरण और भूमि सत्यापन अभियान शुरू किए हैं. सुनिश्चित करें कि आपके जमीन के रिकॉर्ड डिजिटल हों और आपके आधार और पीएम किसान आईडी से जुड़े हों.
4. अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन देखें
आप आधिकारिक पीएम किसान पोर्टल पर जाकर यह पता कर सकते हैं कि आपका आवेदन स्वीकृत है, अस्वीकृत है या लंबित है:
pmkisan.gov.in पर जाएं
‘अपनी स्थिति जानें’ या ‘लाभार्थी की स्थिति’ पर क्लिक करें
अपना आधार नंबर, पंजीकरण संख्या या मोबाइल नंबर दर्ज करें
नाम की वर्तनी, IFSC कोड या खाता संख्या में किसी भी त्रुटि को ठीक करने के लिए अपनी प्रोफाइल में दिए गए बैंक खाते के विवरण की जांच करना भी उचित है.