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संकरा गेट और ठसाठस भीड़, आंध्र प्रदेश के मंदिर में ऐसे मची भगदड़


Andhra Temple Stampede : आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के कासीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. इस वजह से भगदड़ मच गई. इस हादसे में कम से कम आठ महिलाओं और एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए या सांस लेने में परेशानी का शिकार हुए. घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. हादसा तब हुआ जब मंदिर में दर्शन के लिए भारी भीड़ जमा हो गई थी. प्रशासन ने राहत और बचाव किए और घायलों को फौरन अस्पतालों में भर्ती करवाया. मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, यह भगदड़ एकादशी के अवसर पर मंदिर में बड़ी भीड़ इकट्ठा होने से हुई. भारी भीड़ और अव्यवस्था के कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ.

इस हादसे से जुड़ी बड़ी बातें

1. वहां मौजूद लोगों ने इस हादसे के लिए मंदिर प्रशासन की खराब व्यवस्था और लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना है कि भारी भीड़ के बावजूद मंदिर में सिर्फ एक संकरा प्रवेश और निकास द्वार था, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई.

2. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब मंदिर का फाटक अचानक खोला गया तो अफरातफरी मच गई. बाहर निकल रहे श्रद्धालु और अंदर जाने की कोशिश कर रहे लोग आमने–सामने आ गए. इसी दौरान कमजोर लोहे की ग्रिल टूट गई, जिससे कई लोग फंस गए.

3. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी केवी महेश्वर रेड्डी ने बताया कि भीड़ में अफरा-तफरी तब मच गई जब लोगों ने किसी चीज के गिरने जैसी आवाज सुन. इससे वे घबरा गए. भगदड़ में कई श्रद्धालु करीब छह फुट की ऊंचाई से नीचे गिर पड़े, जिससे एक के ऊपर एक लोग गिरते चले गए.

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4. राज्य की गृह मंत्री वंगलापुडी अनीता ने बताया कि इस निजी मंदिर में आमतौर पर हर शनिवार को 1,500 से 2,000 श्रद्धालु आते हैं. लेकिन इस बार एकादशी और कार्तिक मास एक साथ पड़ने के कारण भीड़ बहुत बढ़ गई. इसी दौरान एक रेलिंग टूट गई, जिससे श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिर पड़े और भगदड़ मच गई.

5. पुलिस ने कहा कि सभी मंदिरों और धार्मिक संस्थानों को किसी भी आयोजन से पहले अनुमति लेनी जरूरी है, चाहे भीड़ कितनी भी हो. पुलिस अधिकारी रेड्डी ने बताया कि वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर ने इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के प्रबंधन के लिए सुरक्षा की कोई मांग नहीं की थी, जिसके कारण हालात नियंत्रण से बाहर हो गए.