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कर्ज में डूबे पाकिस्तान की कमर टूटी, जिन्ना के देश में महंगाई 46 फीसदी के सबसे ऊंचे स्तर पर

इस्लामाबादः पाकिस्तान में महंगाई का स्तर सबसे हाई पहुंच गया है। संवेदनशील मूल्य सूचकांक ‘एसपीआई‘ द्वारा मापी गई लघु अवधि की मुद्रास्फीति 22 मार्च को समाप्त सप्ताह में पिछले सप्ताह की तुलना में साल दर साल के उच्चतम स्तर 46.65 प्रतिशत पर पहुंच गई।

पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आंकड़ों के अनुसार मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यह 45.64 फीसदी सालाना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार  सप्ताह दर सप्ताह आधार पर टमाटर, आलू और गेहूं का आटा महंगा होने के कारण अल्पकालिक मुद्रास्फीति में 1.80 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 22 मार्च को समाप्त हुए चालू सप्ताह के लिए एसपीआई में 1.80 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खाद्य पदार्थों की कीमतों में प्रमुख वृद्धि देखी गई। टमाटर 71.77 प्रतिशत, गेहूं का आटा 42.32 प्रतिशत, आलू 11.47 प्रतिशत।

दूसरी ओर चिकन 8.14 प्रतिशत, मिर्च पाउडर 2.31 प्रतिशत, एलपीजी 1.31 प्रतिशत, सरसों का तेल और लहसुन 1.19 प्रतिशत।

गौरतलब है कि कंगाल पाकिस्तान को संकट से उबारने के लिए रविवार को इमरान खान ने 10 सूत्रीय खाका पेश किया है। इमरान खान ने रविवार को लाहौर में एक भव्य जनसभा की। इस दौरान आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को उबारने के लिए इमरान खान की तहरीक ए इंसाफ पार्टी ‘पीटीआई‘ का 10 सूत्री खाका पेश किया।

पीटीआई प्रमुख ने कहा, ‘मैं चुनौती देता हूं कि मौजूदा सरकार में ‘देश को बचाने की‘ क्षमता या नीयत नहीं है। अगर सरकार मुझसे कहती है कि उसके पास ‘देश को संकट से उबारने की‘ योजना है, तो मैं हंसी-खुशी किनारे हो जाऊंगा। ‘द डॉन‘ अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, 70 वर्षीय इमरान ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि क्या योजना है। उनके पास कोई योजना नहीं है।‘