बुधवार को इंग्लैंड के साउथेम्प्टन में दक्षिण अफ़्रीका के साथ भारत विश्व कप का पहला मैच खेलेगा. दोनों ही टीमें इंग्लैंड पहुंच चुकी हैं और ज़ोरदार अभ्यास भी जारी है.
लंदन से 120 किलोमीटर की दूरी पर बसा सा साउथेम्प्टन कई मायने में बेहद नायाब शहर है.
स्थानीय लोगों का मानना है कि दक्षिण पूर्वी इंग्लैंड का सबसे बड़ा शहर साउथएम्टन का विकास काफ़ी देरी से हुआ, वहीं उत्तरी इंग्लैंड औद्योगीकरण और रोज़गार के लिहाज़ से काफ़ी बेहतर रहा है.
दक्षिणी इंग्लैंड को अब लंबे इंतज़ार के बाद विकास मिल रहा है और साउथेम्प्टन को इसका लाभ मिला.
एंड्रयू साउथेम्टन के एक रेस्टोरेंट में काम किया करते थे. वो कहते हैं, ”ये शहर लंदन से बिल्कुल अलग है. यहां ज़िंदगी साधारण और ख़ुशियों भरी है. मैं यहां छह साल पहले लंदन से आया था. मैं यहां शांति महसूस करता हूं. अगर आप बहुत पार्टी करते हैं तो ये जगह आपके लिए नहीं है.”
एंड्रयू सही कहते हैं, यहां ज़्यादा रेस्त्रां या पब नहीं हैं जो रात 10 बजे के बाद खुलते हों. सड़के तो शाम में ही खाली हो जाती हैं, बस सिटी सेंट्रल के पास कुछ भीड़ रहती है. गर्मियों में भी सड़कों पर एकाध लोग ही नज़र आते हैं, इसे देख के अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि सर्दी के दिनों क्या नज़ारा होता होगा.
इस मैदान में दक्षिणअफ़्रीका का रिकॉर्ड भारत से बेहतर
हैम्पशर के रोज़ बॉल क्रिकेट मैदान में ही भारत और दक्षिण अफ़्रीका का मैच खेला जाना है.
मुझे जिस ड्राइवर ने छोड़ा उसने बताया कि ”इस ग्राउंड को छोड़कर लोग इतने दूर नहीं आते. ये पहाड़ी इलाक़ा था और लोग यहां नहीं रहा करते थे. अब चीज़े बदल गई हैं, लेकिन फिर भी आपको मुझे 9 बजे से पहले बुलाना होगा.”
इस स्टेडियम के आसपास का इलाक़ा इतना शांत है कि लगता ही नहीं यहां इतना बड़ा मैच होने वाला है. ना कोई शोर- ना कोई आहट महसूस होती है. स्टेडियम के पास कुछ बैनर लगे हैं जो यहां होने वाली मैच की तस्दीक करते हैं.
इस स्टेडियम का एक इतिहास भी है.
साल 2003 में इस रोज़ बॉल में पहला इंटरनेशनल मैच दक्षिण अफ़्रीका और ज़िम्बॉम्वे के बीच खेला गया था. अब तक यहां 23 मैच खेले जा चुके हैं. जिन टीमों ने पहले बैंटिंग को चुना वो 12 मैच जीते गए और 10 ऐसे मैच रहे जहां गेंदबाज़ी चुनकर टीम विजेता बनी.
जानकार मानते हैं कि जो भी टीम टॉस जीतेगी वो पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला करेगी.